Episode की शुरुआत Apollena के सरस्वती से कहने से होती है कि उसे रूपा का समर्थन करना चाहिए।
वह महादेव का अंधा समर्थन करने के लिए सरस्वती को फटकारती है और कहती है कि महादेव रूपा के खिलाफ नहीं, बल्कि महिलाओं के खिलाफ हैं।
"वह अपनी मर्दानगी दिखा रहे हैं, सिर्फ इसलिए कि रूपा मां नहीं बन पाई।"
सरस्वती गुस्से में पूछती है, "तुम मेरे पति के खिलाफ कैसे बोल सकती हो?"
Apollena जवाब देती है कि सरस्वती ने 30 साल तक महादेव की इज्जत की, दो बेटे दिए, लेकिन फिर भी महादेव ने उन्हें छोड़ने तक की धमकी दी।
"रूपा तुम्हारी बहू है, तुम्हें उसे धोखा नहीं देना चाहिए!"
🔹 महादेव का बड़ा फैसला
महादेव वेद के लिए दूसरी शादी तय करना चाहते हैं।
"पुजारी एक अच्छी लड़की का कुंडली लेकर आया है, उसे देखो।"
सरस्वती इस फैसले का विरोध करती है –
"औरत कोई बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं होती।"
वह महादेव को याद दिलाती है कि उसने भी अपने बच्चों को जन्म दिया, फिर भी उसे कभी कोई फैसला लेने का हक नहीं मिला।
महादेव उसे शांत कराते हुए पूछते हैं –
"अगर वेद खुद दूसरी शादी के लिए राजी हो तो?"
सरस्वती, वेद की राय जानने के लिए पूछती है –
🔹 वेद का फैसला, अपोल्लेना का समर्थन
वेद कहता है कि वह रूपा से प्यार करता है और उसके बिना नहीं रह सकता।
रूपा दौड़कर वेद को गले लगा लेती है।
सरस्वती, अपोल्लेना को धन्यवाद देती है –
"तुम्हारी वजह से मेरी आंखें खुल गईं।"
रूपा, अपोल्लेना को विजयन की हार्ड ड्राइव सौंपती है –
"इसमें कुछ ऐसा है जिसे विजयन छुपाना चाहता था।"
अपोल्लेना इसे सरकार को सौंप देती है और विजयन की सच्चाई उजागर कर देती है।
🔹 गिरीधर का सम्मान, अपोल्लेना का सपना
सरकार गिरीधर को सम्मानित करती है क्योंकि उसकी वजह से विजयन जैसे गद्दार को पकड़ने में मदद मिली।
गिरीधर मीडिया को धन्यवाद देता है और अपनी बेटी के बारे में कहता है –
"अपोल्लेना का सपना एस्ट्रोनॉट बनने का है।"
महादेव का परिवार भी वहां आता है और कहता है –
"अब यह हमारा सपना भी है!"
श्लोक, अपोल्लेना से अपने प्यार का इज़हार करता है और उसके सपने का समर्थन करता है।
अपोल्लेना उसे गले लगा लेती है।
पूरा परिवार एक साथ तस्वीर खिंचवाता है।
🔥 Precap:
अपोल्लेना की नई जंग – क्या वह अपने सपने को पूरा कर पाएगी?
जानने के लिए जुड़े रहें!